CPU किसे कहते हैं CPU के भाग (Parts of CPU in hindi)

जिस प्रकार इंसान के शरीर का प्रत्‍येक अंग मस्तिष्‍क से प्राप्‍त निर्देशों के अनुसार कार्य करता है ठीक उसी प्रकार Computer system की प्रत्‍येक इकाई CPU के नियंत्रण में कार्य करती है।

 सर्वप्रथम हम CPU को इनपुट देते हैं, उसके बाद CPU में प्रोसेस होती है और फिर हमें आउटपुट प्राप्‍त होता है। जैसे कि हमने कम्‍प्‍यूटर पर कुछ matter टाइप किया। हमने इनपुट दिया, उसके बाद CPU में उसकी प्रोसेस हुई और कम्‍प्‍यूटर स्‍क्रीन पर हमें Softcopy के रूप में result प्रदर्शित हुआ और हमने उसे प्रिन्‍टर से Hardcopy के रूप में एक पेज पर प्राप्‍त किया।

 PC (Personal Computer) या Micro Computer के CPU (Center processing unit) में एक छोटा-सा माइक्रोप्रोससर (Microprocessor) लगा होता है। अन्‍य बड़े कम्‍प्‍यूटरों में एक से अधिक माइक्रोप्रोसर्स हो सकते हैं।  
CPU किसे कहते हैं CPU के भाग (Parts of CPU)
CPU (Central Processing Unit)
                                             

CPU के प्रमुख कार्य निम्‍न हैं-

1. निर्देशों तथा डेटा को मुख्‍य मेमोरी (Main Memory) से रजिस्‍टर्स में स्‍थानांतरित (Transfer) करना।

2. निर्देशों का क्रमिक रूप से क्रियान्‍वयन (Execution) करना।

3. आवश्‍यकता पड़ने पर Output data को रजिस्‍टर्स से मुख्‍य मैमोरी में स्‍थानांतरित करना।



CPU किसे कहते हैं CPU के भाग (Parts of CPU in hindi)
Parts of CPU in hindi

Central Processing Unit निम्‍न भागों से मिलकर बनती है-

1. अर्थमैटिक एवं लॉजिक यूनिट (Arithmetic and Logic Unit) -

    इस यूनिट के अंदर सभी गणितीय कार्य (+, -, *, /, ^) का सम्‍पादन होता है। यह यूनिट मेमोरी से सूचनाओं को प्राप्‍त कर उनके साथ निर्देशानुसार गणितीय कार्य को पूर्ण करता है और पुन: परिणाम को मेमोरी में वापस सुरक्षित रख देता है। ALU गणितीय कार्य के साथ-साथ तुलनात्‍मक कार्य भी सफलता से करता है। इस तरह के कार्य को तार्किक (Logical) कार्य कहा जाता है।

ये इलेक्‍ट्रॉनिक परिपथों से मिलकर बनी होती है। जिनमें एक ओर से कोई दो संख्‍याएं भेजने पर और दूसरी ओर उनका अन्‍तर, गुणनफल, भागफल या तुलनात्‍मक गणना प्राप्‍त होती है। 

इसके लिए वह कुछ विशेष चिन्‍हों का इस्‍तेमाल करता है जैसे =,>,<,# । इसमें सभी क्रियाएं बाइनरी पद्धति (Binary Method) में की जाती है। प्राप्‍त होने वाली संख्‍याओं तथा क्रियाओं के परिणामों को अस्‍थायी रूप से स्‍टोर करने के लिए रजिस्‍टर का प्रयोग किया जाता है।

  अर्थात् दो संख्‍याओं के असमानता की तुलना करनी है, तो पहले संख्‍याएं ALU में लाई जाती है और समानता की तुलना की जाती है। परिणाम या तो सही होगा या गलत। यही परिणाम प्रोग्राम को कंट्रोल करने में उपयोग किया जाता है कि आगे कौन सा कार्य होगा। परिणाम को मेमोरी में संचित कर बाद के उपयोग के लिये रख सकते हैं। ये कार्य कम्‍प्‍यूटर के द्वारा निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करते हैं।

2. कंट्रोल यूनिट (Control Unit)
  
 इस भाग का कार्य बहुत महत्‍वपूर्ण होता है। यह कम्‍प्‍यूटर की समस्‍त आन्‍तरिक व बाहरी डिवाइसों की कार्यप्रणाली को निर्देशित करता है तथा कम्‍प्‍यूटर के सभी भागों के कार्यों पर नजर रखता है और उनमें परस्‍पर तालमेल बैठाने के लिए उचित आदेश भेजता है। 

इसका सबसे प्रमुख और पहला कार्य यह है कि हम जिस प्रोग्राम पालन कराना चाहते हैं, यह उसे मैमोरी में से क्रमश: पढ़कर उसका विश्‍लेषण (Analysis) करता है और उसका पालन कराता है। किसी आदेश का पालन सुनिश्चित करने के लिए यह कम्‍प्‍यूटर के दूसरे भागों को उचित निर्देश देता है।

उदाहरण :- मेमोरी को आदेश दिया जा सकता है कि वह कुछ डेटा को किसी विशेष स्‍थान पर स्‍टोर कर दे या वहाँ से पढ़कर ALU में भेज दे। 

कम्‍प्‍यूटर के सभी भागों में तालमेल बनाकर प्रोग्रामों का सही रूप में पालन कराना, इस यूनिट की जिम्‍मेदारी है। इसके प्रमुख कार्यों में सम्मिलित है- Program Execution अर्थात् Memory से निर्देश लेकर उसे परिवर्तित कर पूर्ण रूप से कार्यान्वित करना।


3. मैमोरी यूनिट (Memory Unit) – 
    
  मैमोरी कम्‍प्‍यूटर का वह भाग है, जो डेटा तथा निर्देशों को संग्रहित करता है। कम्‍प्‍यूटर की मैमोरी आधुनिक कम्‍प्‍यूटरों के मूल कार्यों से एक सूचना स्‍टोरेज (Information Storage) की सुविधा प्रदान करती है। यह कम्‍प्‍यूटर के CPU का भाग होती है और उससे मिलकर सम्‍पूर्ण कम्‍प्‍यूटर बनाती है।

इसके पास दो प्रकार की मैमोरी होती है –

  प्राइमरी मैमोरी व सेकेण्‍डरी मैमोरी। प्राइमरी मैमोरी CPU से सीधे जुड़ी रहती होती है और उसमें स्‍टोर डेटा को लगातार पढ़ती रहती है और उनका पालन कराती है। सेकेण्‍डरी मैमोरी CPU से बाहर होती है और इसमें डेटा स्‍टोर करने की क्षमता प्राइमरी मैमोरी से अधिक होती है।

4. रजिस्‍टर (Register) -

         
 ALU भाग द्वारा जो Arithmetic व Logic Operations जिन Data पर करने होते हैं। CPU के अन्‍दर स्थित Memory element जिन्‍हें Register कहते हैं, में स्‍टोर किया जाता है। Register एक समूह का नाम है, जिससे बहुत से सेल (Cells) होते हैं। 

जिसमें हम डाटा को स्‍टोर करते हैं। कुछ Register सामान्‍य उद्देश्‍य (General Purpose) के लिए होते हैं तथा कुछ विशिष्‍ट कार्य के लिए होते हैं। यह high-speed memory होती है, जिसमें उसकी डाटा को रखा जाता है, 

जिसकी शीघ्र (immediate) processing होनी है। Processing के उपरांत प्राप्‍त परिणाम (Result) को भी इन्‍हीं Register में स्‍टोर (store) किया जाता है।

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